कोरोना और उसके नए स्वरूपों के खिलाफ कारगर हैं फाइजर टीके की दो खुराक
By: Ankur Tue, 06 July 2021 10:02:36
कोरोना समय के साथ अपना रूप बदल रहा हैं और लगातार इसके नए वैरिएंट सामने आ रहे हैं जो इसके खतरे को और बढ़ाने का काम कर रहे हैं। ऐसे में वैक्सीन को लेकर संशय बनता हैं कि क्या यह कोरोना और उसके नए स्वरूपों के खिलाफ कारगर हैं। ऐसे में हाल ही हुई शोध में सामने आया हैं कि फाइजर टीके की दो खुराक कोरोना और उसके नए स्वरूपों के खिलाफ के बेहतर एंटीबॉडी प्रतिक्रिया देती है। यह शोध नेचर कम्युनिकेशन पत्रिका में छपा हैं जो कि फिनलैंड के 180 स्वास्थ्यकर्मियों पर किया गया हैं। टीके की दोनों खुराक लेने वालों में कोरोना के मूल वायरस के खिलाफ बेहतरीन एंटीबॉडी का स्तर मिला। वहीं अल्फा वैरिएंट के खिलाफ भी इतना कारगर रहा। युनिवर्सिटी ऑफ तुर्कु के प्रोफेसर इक्का जुलकुनेन ने कहा कि वायरस के खिलाफ सबसे कारगर हथियार टीका ही है।
शोध में फाइजर के टीके की दोनों खुराक लेने वाले 180 स्वास्थ्यकर्मियों पर टीके के असर का आकलन करने के साथ ही कोविड-19 को मात दे चुके लोगों की प्रतिरोधक प्रतिक्रिया से तुलना की। टीका लेने वालों की उम्र 20-65 साल के बीच थी। इनमें 149 महिलाएं और 31 पुरुष थे। वहीं कोविड-19 को मात देने वाले 19 से 93 साल के 50 लोग शामिल थे, जिनमें 33 महिलाएं और 17 पुरुष थें।
शोध के मुताबिक, ब्रिटेन में सबसे पहले मिले अल्फा वैरिएंट के खिलाफ टीका लगाने से प्रतिरक्षा प्रणाली उतनी ही मजबूत है जितनी 2019 में चीन के वुहान में मिले कोरोना वायरस के खिलाफ। हालांकि बीटा वैरिएंट के खिलाफ टीका उतना प्रभावी नहीं है जितना कि अल्फा के खिलाफ, लेकिन टीके से एंटीबॉडी पैदा होती हैं जो इस वैरिएंट के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करता है। शोध करने वालों में यूनिवर्सिटी ऑफ तुर्कु और यूनिवर्सिटी ऑफ हेलसिंकी के शोधकर्ता शामिल हैं। इन्होंने दिसंबर के दौरान फिनलैंड में लोगों को टीका लगाए जाने के बाद प्रतिरोधक क्षमता प्रतिक्रिया का अध्ययन किया।
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